CBSE Board Class 10th Result 2021: सीबीएससी ने जारी किया कैसे होगा आपके मार्क्स का मूल्यांकन और कब जारी होंगे रिजल्ट


CBSE कक्षा 10 की परीक्षा 2021 का परिणाम 20 जून को घोषित किया जाएगा। बोर्ड ने एक नीतिगत दस्तावेज जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि स्कूल छात्रों का मूल्यांकन कैसे करेंगे और मूल्यांकन करने के लिए किस नीति का पालन करेंगे।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई ने कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा 2021 के परिणाम के लिए नीति दस्तावेज जारी किया है। बोर्ड ने निर्धारित किया है कि किस अंक पर विचार करना है, कैसे छात्रों को अंक प्रदान करना है और साथ ही मूल्यांकन कैसे स्कूलों द्वारा किया जाएगा। इस नीति के अनुसार यह भी सुनिश्चित किया गया है किस तरीके से बच्चों के मार्क्स का इवेलुएशन किया जाए ताकि सभी बच्चे इससे संतुष्ट रहें। बोर्ड एग्जाम की घोषणा के बाद कंपार्टमेंट एग्जाम किस तरीके से होगा और इसका इवैल्यूएशन कैसे होगा इसके बारे में भी बोर्ड ने बताया है।

CBSE Class 10 Result 2021: अंकों की गणना कैसे की जाएगी।

CBSE के अनुसार, छात्रों को 100 में से अंक दिए जाएंगे। यह 20 और 80 अंकों में विभाजित किया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं के लिए स्कूलों द्वारा पहले से किए गए आंतरिक मूल्यांकन के अनुसार 20 अंक दिए जाएंगे। शेष 80 अंकों के लिए, छात्रों को वर्ष के दौरान स्कूल द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर अंक प्रदान किए जाएंगे।

80 के लिए अंकों के ब्रेक-अप में क्वार्टर ली, हाफ इयरली या और प्री-बोर्ड परीक्षाओं में छात्र का प्रदर्शन शामिल होगा। बोर्ड ने इन तीन परीक्षाओं को चुना है क्योंकि अधिकांश स्कूलों ने पिछले एक साल में इन सामान्य  परीक्षाओं का ही आयोजन हो सका था।

श्रेणी / परीक्षा 

CBSE 10 वीं बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए छात्रों द्वारा चुने गए 5 मुख्य विषयों के कैलकुलेशन के आधार पर किया जाएगा। यदि किसी छात्र ने 6 या अधिक विषयों के लिए रजिस्ट्रेशन किया था, तो 6 वीं विषय के लिए अंक (Maths, विज्ञान, सामाजिक और अन्य के अलावा)  2 भाषाओं की गणना रूपांतरण के बाद अधिकतम आवंटित अंकों में से सर्वश्रेष्ठ 3 विषयों के औसत अंकों के आधार पर की जाएगी।

यदि किसी स्कूल ने अधिक परीक्षाएं आयोजित की हैं, तो बोर्ड ने स्कूल को यह अधिकार दिया है कि वह अपने अनुसार सभी परीक्षाओं का औसत निकाल कर स्टूडेंट के मार्क्स का इवैल्यूएशन कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, मान लें कि किसी स्कूल ने तीन प्री-बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की हैं, तो स्कूल तीनों का एवरेज निकाल कर उसके आधार पर स्टूडेंट्स को मार्क्स दे सकता है या तीनों में से जो सर्वश्रेष्ठ मार्क है। उस मार्क्स को भी स्टूडेंट्स को दे सकता है। आगे का फैसला कमेटी करेगी।

सीबीएसई कक्षा 10 परिणाम 2021: मॉडरेशन और  स्टैंडर्डाइजेशन पॉलिसी


आंतरिक मूल्यांकन के मामले में सीबीएसई के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि प्रत्येक स्कूल को कठिनाई के विभिन्न स्तर का पालन करने वाले स्कोर का मानकीकरण किया जाए। ऐसी परिस्थितियों में, एक मानकीकृत स्कोर प्रदान करने के लिए, बोर्ड ने स्कूलों से कहा है कि वे इस प्रकार गणना किए गए अंकों को मॉडरेट करें।

परिणाम समिति को बोर्ड द्वारा निर्धारित विभिन्न मापदंडों के आधार पर ही छात्रों को अंक प्रदान करने हैं और साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करना है कि किसी भी प्रकार से सीबीएसई द्वारा दिए गए मापदंडों की अवहेलना ना हो।

CBSE Class 10 Result 2021: ग्रेस मार्क्स और कंपार्टमेंट एक्जाम 

CBSE के अनुसार, बोर्ड द्वारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार ही स्कूल अपने स्टूडेंट के मार्क्स की गणना करेंगे। एक विशेष निर्देश के अनुसार इस वर्ष बोर्ड उन छात्रों को भी ग्रीस मार्क प्रदान करेगा जो योग्यता मानदंड को पूरा नहीं करते हैं।

यदि कोई छात्र ग्रेस मार्क्स के बाद भी क्वालिफाई नहीं कर पाता है, तो वह एसेंशियल रिपीट या कम्पार्टमेंट के लिए अप्लाई कर सकता है। सीबीएसई के अनुसार कंपार्टमेंट परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। इसके बजाय, बोर्ड स्कूलों को सैंपल क्वेश्चन पेपर प्रदान करेगा, जिसके आधार पर स्कूल सभी छात्रों के लिए ऑनलाइन / ऑफलाइन कम्पार्टमेंट परीक्षा आयोजित कर सकेंगे।

परिणाम आने से पहले छात्र यदि चाहें तो अपने क्लास 11th की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।

CBSE के अनुसार सभी स्कूलों में एक परिणाम समिति बनाई जाएगी, जिसमें प्रधानाध्यापक, 5 मुख्य विषय शिक्षक और दो बाहरी शिक्षक शामिल होंगे। और यह कमेटी बोर्ड के निर्देश के अनुसार सभी बच्चों के मार्क्स को तय करेगी, और मार्क्स को सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा और इस मार्क्स के आधार पर  बच्चों का रिजल्ट 20 जून को घोषित किया जाएगा।

सीबीएसई के अनुसार सभी स्कूल को यह सुनिश्चित करना है कि समय पर सभी छात्रों का इवैल्यूएशन कर सके, ताकि 20 जून को रिजल्ट घोषित किया जा सके।

जैसा की आप सभी को पता है कोविड-19 महामारी के वजह से सीबीएसई ने क्लास 10th के एग्जाम को न कराने का फैसला लिया था और क्लास 12th बोर्ड एग्जाम को पोस्टपोन किया था।

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